that boy

उस में एक अलग सी अदा हैं ,
उसकी हर एक अदा बाकियों से जुदा हैं 
शायद वो इस जँहा का नहीं ,
मेरे लिए भेजा गया फरिश्ता खुदा का हैं। 
     वो गहरे तूफान सा हैं 
     वो बहते झरनेसा हैं 
     वो खंबीर पहाडोसा कभी ,
     तो कभी हवा के झोंकोसा हैं। 
उसकी बातें  भी निराली हैं 
उसकी हसी भी रूमानी हैं 
उसकी आँखों में कसक 
ओर उसकी शरारते भी प्यारी हैं। 
     उसे देख कोई नजरें चुरा ही नहीं सकता,
     पर उससे नजरें मिलाना आसान नहीं 
     उसे खुद की खबर हो न हो ,
     मुझे उसकी खबर होती है सभी। 
उस अनजान से अनजान रेहना अब मेरे बस में नहीं 
मेरा बस मेरी हद में नहीं 
मैं हदे तोड़ कर उसे पाना चाहती हूँ 
मेरा इश्क़ हदो का गिरफ़्तार नहीं। 
     उसके प्यार में मदहोशी है 
     उसकी आँखे भी कुछ कहती है 
    कहती है मुझसे दूर, अब तू हो नहीं सकती 
    पर सच तो ये हैं ,उससे दूर होना मैं चाहती ही नहीं। ..... 
    

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

Alfaaz

school ke din

beautiful childhood