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Showing posts from July, 2019

journey

नींद का इंतजार  सफर अलग अलग से होते है , कोई मस्ती भरा कोई शांतसा कोई उदासी में तो कोई प्यार में... ये कविता उस लड़के के बारे में है जिसे उसके सफर ने एक अनकही कहानी दी है ....... नींद का इंतजार  ओर पहली नजर का प्यार ट्रैन की ऊपरी सीट से हो जाता उनका दिदार       नजरे टकराती तो दिल ली धड़कन बढ़ जाती       वो पलट कर ना देखे तो सांसे भी ठहर जाती  वो नाम जानने की चाहत आँखों में नजर आती  उसकी एक मुस्कराहट मेरी नींदे उड़ा जाती      उसकी नजरे बिजली सी कहर ढाती       वो उड़ती जुल्फे तो पागल बना जाती  उसकी धीमी धीमी आवाज़,हवा में मदहोशी ले आती  ओर वो पायल की झनकार,संगीत सा छेड जाती      काश मुझमे तब जरासी हिम्मत आती       या काश वो रेलगाड़ी युही चलती जाती  सच कहता हूँ , वो सफर बड़ा याद आता है  जब आज भी ऊपर की सीट पर मेरा नाम आता है। .... 

barish

यु  बैठे अकेले में  यु  बैठे अकेले में  ठंडी हवाके झोके में  ये कैसा एहसास होता है  कुछ और भी याद आता है        यु  बैठे अकेले में        ठंडी हवाके झोके में       ये हवा क्या कह जाती है       होठो पर मुस्कान दे जाती है  यु  बैठे अकेले में  ठंडी हवाके झोके में ये कोनसी धुन सुनाई आती है  आँखों में नमी सी लाती है        यु  बैठे अकेले में       ठंडी हवाके झोके में      बारिश की बुँदे आती है       दिल को सुंकू दे जाती है।  कभी कभी ये जो वक़्त हम अकेले बिताते है किसी याद में या किसी ख्याल में वो वक़्त आपसब को नहीं लगता कुछ खास होता है , उसपर ये बारिश की ठंडी बुँदे, मिट्टी की मीठी खुशभु,शाम का लुभावना समय, एक जादू भर देता है। इसीलिए ये कविता उस वक़्त पर जो हम किसी और के लिए नहीं बस हमारे लिए जीते है।   

my 1st poem

वेड प्रेम  तू माझ  वेड प्रेम  तू माझा आवडता खेळ  तू तो स्वप्नातला राजा  तू हसत घ्यावी ती  सजा          तू माज़ी ओढ़ माज़ी आवड          तू माझी मोकड़ी केलेली ओंजळ          तू माझ्या प्रेमाची परिभाषा          तू माझ्या हृदयात वाजे तो ताशा  तू उघड्या डोळ्यांची स्वप्न  तू डोळे मिटल्या नंतर येणारी आठवण तू माझ्या अठावनीतल पहिल हसू  तू माझ आवडत ऋतु           तू कधी हिवाल्यातील ऊन          तर तू कधी वर्षा ची झुंज          तू कधी नवीन पुस्तक          तर तू कधी मनाची दस्तक   तू.. शांत पाण्याचा थेंब  आणि तू माझ वेड प्रेम।    जग जाहिर वाक्य आहे "प्रेम हे प्रेम हे प्रेम अस्त तुमच आमच सेम अस्त "      " पण  मला नहीं वाटत कि ते सेम अस्त ,   जगातली...

hey world..

hello  So hey everyone this is my 1st post as a blogger. Actually i don't have much idea about blogging, its just want to start something new, something fresh.     well m going to post my poems here. i hope i can write something good...